ललित बाबू राष्ट्रीय शतरंज विजेता ,अरविंद उपविजेता !
जब मैच सदियों से भारत का सुनहरा इतिहास समेटे पटना में आयोजित हुआ था तो फिर यह साधारण हो भी नहीं सकता था। पटना खेली गयी 55वी खादी इंडिया राष्ट्रीय प्रीमियर शतरंज नें आखिरकार भारत को उसका नया राष्ट्रीय विजेता दे दिया । रोहित ललित बाबू राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले भारत के 25वे खिलाड़ी बन गए साथ ही यह ललित का पहला राष्ट्रीय खिताब है । युवा अरविंद दबाव और आज जीतने के प्रयास के बीच तालमेल नहीं बैठा पाये और पराजित हो गए और दूसरे स्थान पर रहे पर उनकी प्रतिभा भारत के लिए अच्छा संकेत है । पूर्व दो बार के विजेता मुरली कार्तिकेयन तीसरे स्थान पर रहे । तो आज अंतत: हिमांशु शर्मा नें जीत के साथ इस मुश्किल प्रतियोगिता को अलविदा कहा । अभूतपूर्व इंतज़ामों और खेल के शानदार माहौल के साथ पटना और बिहार के मेजबानी की सबने प्रशंसा की । अगली नेशनल चैंपियनशिप का इंतजार अब एक वर्ष करना ही होगा! पढे यह लेख
पटना , बिहार ( निकलेश जैन ) 13 दिनो से जारी देश के दिग्गज शतरंज खिलाड़ियों 55वी खादी इंडिया नेशनल प्रीमियर शतरंज चैंपियनशिप 2017 का खिताब अंततः पेट्रोलियम स्पोर्ट्स बोर्ड के ग्रांड मास्टर रोहित ललित बाबू नें जीत लिया और यह उनके खेल जीवन का पहला राष्ट्रीय सीनियर खिताब है । रोहित भारत के उन खिलाड़ियों में है जिनकी प्रतिभा का आज तक सही इस्तेमाल नहीं हुआ है उनके साथ के खिलाड़ी आज जहां 2700 में दस्तक दे रहे है वह 2525 पर अटके थे उम्मीद है यह जीत उनमे नया आत्मविश्वास लेकर आएगी ।
सुने क्या हुआ अंतिम राउंड में !
"हाँ इस समय में दुनिया का सबसे खुश इंसान हूँ "यही कह रहे है ललित बाबू !
आज 8.5 अंक से खेल शुरू करने वाले रोहित नें आज अपना मैच स्वप्निल धोपाड़े से ड्रॉ करते हुए कुल 9 अंक बना लिए । आज ललित नें केटलन ओपनिंग में खतरा मोल ना लाते हुए मात्र 14 चालों नें खेल को ड्रॉ खेला ऐसे में 8.5 अंक पर खेल रहे उनके करीबी प्रतिद्वंदी अरविंद चितांबरम को खिताब जीतने के लिए जीत की जरूरत थी पर वह देवशीष दास से मुक़ाबला हार गए और उन्हे दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा ।
काले मोहरो से खेल रहे अरविंद किंग्स इंडियन ओपनिंग में शुरुआत से ही सही लय में नजर नहीं आए और दबाव में देबाशीष के लिए टूर्नामेंट की सबसे आसान जीत लेकर आए ।
हार के क्षणो मे भी यह युवा खिलाड़ी मुस्कराते है ! यह थोड़े में मान जाने वाली पीढ़ी नहीं है ! और अरविंद अभी बहुत आगे जाएंगे ! देबाशीष इस जीत से चौंथे स्थान पर पहुँच गए और कहना होगा उन्होने इस प्रतियोगिता मे बेहद शानदार खेल दिखाया और हाँ यह राउंड जीतकर रोहित को दोस्ती का तोहफा भी दिया !
"क्या हार में ,क्या जीत में , किंचित नहीं भयभीत मैं ,कर्तव्य पथ पर जो मिला ,ये भी सही ! वो भी सही !!"
एक विजेता का निर्माण एक दिन में नहीं होता ये तो वर्षो की कड़ी मेहनत का परिणाम होता है !
खैर बात करे अन्य खिलाड़ियों की तो पिछले दो बार के विजेता मुरली कार्तिकेयन को इस बार तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा वे 7.5 अंक बनाकर तीसरे स्थान पर रहे आज उन्होने आरआर लक्ष्मण से ड्रॉ खेला । आरआर लक्ष्मण 6.5 अंको के साथ नौवे स्थान पर रहे ।
इस पीढ़ी के इन युवाओं की सबसे खास बात इन सभी का आत्मविश्वास और प्रसन्नचित अंदाज है जो बताता है अब यह खेल को ना सिर्फ बेहतर समझते है बल्कि जीत हो या हार खेल का हर लम्हा आनंद से भरपूर बनाना वह जानते है ।
एस नितिन को पराजित कर सुनील नारायनन टाईब्रेक में पांचवे स्थान पर रहे। 7 अंको के साथ एस नितिन और अर्घ्यदीप दास टाईब्रेक के आधार पर छठे और सातवे स्थान पर रहे ।
अर्घ्यदीप दास को अभिजीत कुंटे नें हार का स्वाद चखाया । अर्घ्यदीप 7 अंको के साथ सातवे तो अभिजीत कुंटे 6.5 अंक के साथ आठवे स्थान पर रहे ।
दसवे स्थान पर 6 अंको के साथ दीपन चक्रवर्ती रहे आज उन्होने श्याम निखिल से ड्रॉ खेला । अन्य खिलाड़ियों नें स्वप्निल धोपाड़े 6 अंको के साथ ग्यारहवे ,श्याम निखिल 5 अंको के साथ बारहवे ,और सम्मेद शेटे 4 अंको के साथ 12वे स्थान पर रहे ।
अन्ततः जीत गए हिमांशु !
कहते है ना की चाहे जितना भी बुरा वक्त आए बड़े खिलाड़ी कभी मैदान नहीं छोड़ते लगातार 6 हार का स्वाद चखने वाले हिमांशु शर्मा नें आज अंतिम राउंड में सम्मेद शेटे को पराजित करते हुए आखिरकार जीत के साथ प्रतियोगिता को अलविदा कहा उम्मीद है वह जल्द ही शतरंज जगत में जोरदार वापसी करेंगे । आप फोटो मे देख सकते है की यह जीत सिर्फ हिमांशु ही नहीं उनके सभी दोस्तो के चेहरो में भी मुस्कान ले आई ।
"विपरीत स्थिति का सामना करना हर खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है ,मैं निश्चित तौर पर अपनी गलतियों से सीखूँगा और आगे बढ़ूँगा "सुने उन्हे
खास लम्हे !
नवीन उपाध्याय , ध्रमेन्द्र कुमार और अरविंद कुमार बिहार शतरंज संघ के इस सफल आयोजन की मुख्य कड़ी थे
अखिल भारतीय शतरंज संघ के सीईओ भारत सिंह नें इस बार इस आयोजन की सफलता सुनिचित की और नेशनल की प्रतिष्ठा एक प्रकार से पुनः स्थापित हुई । भारतीय शतरंज के लिए यह एक नया दौर है ! उन्होने 7 बार के विजेता प्रवीन थिप्से को सम्मानित किया
वरिष्ठ खेल पत्रकार राकेश राव नें अपनी उपस्थिती से इस प्रतियोगिता को नई ऊँचाइयाँ दी ।
चेसबेस इंडिया के योगदान के लिए हमारे सीईओ सागर शाह को सम्मानित किया और निश्चित तौर पर यह तस्वीर अमृता नें ही ली
अभी आगे कई और मंज़िले है
हर लम्हे को खुल के जीना यही विजेताओं की पहचान है
भारतीय शतरंज जगत को नहीं पहचान देते आप सभी चेहरो को धन्यवाद !
पिछले वर्ष नेशनल प्रीमियर के दौरान हुई अनिश्चिताओं के बाद इस वर्ष इस प्रतियोगिता की प्रतिष्ठा पुनः स्थापित करने की ज़िम्मेदारी बिहार शतरंज के कंधो पर थी और इसे नवीन ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मुख्य आयोजक अरविंद सिन्हा नें बड़ी ज़िम्मेदारी निभाई । चेसबेस इंडिया उनके सहयोग के लिए उनका धन्यवाद देता है दरअसल भारत में शतरंज को और आगे ले जाने के लिए हमें ऐसे ही आयोजको की आवश्यकता है ।
Replay all the games of round 13
सभी शानदार तस्वीरे अमृता मोकल तो सभी शानदार विडियो सागर शाह के सौजन्य से
Previous reports:
India's strongest tournament National Premier 2017 is here!
R1: Deepan carries his Challengers form to the Premier
R2: How to beat Ruy Lopez Exchange
R3: Capablanca's theorem helps Aravindh
R5: Shete scores a stunning win
R6: Aravindh Chithambaram is the sole leader
R8: Winning this tournament is not Aravindh's aim
R9: Lalith Babu throws the tournament wide open
R10: Can Lalith win his maiden National Premier title
R11:: Aravindh keeps the race alive!
R12: Aravindh or Lalith?
Hindi coverage by Niklesh Jain:
नेशनल प्रीमियर-R1- दीपन के प्यादों में उलझे हिमांशु
नेशनल प्रीमियर R-2- जब राजा निकला घूमने !
अरविंद - अर्घ्यदीप की पहली जीत
नेशनल प्रीमियर R-4 - अब आया खेल का मजा !
नेशनल प्रीमियर-R-5 : उलटफेर अभिजीत कुंटे हारे
नेशनल प्रीमियर-R-6 -अरविंद निकले सबसे आगे !
नेशनल प्रीमियर-R-7-विश्राम के बाद :जमकर हुए प्रहार
नेशनल प्रीमियर-R-8 -अरविंद के कदम खिताब की ओर
नेशनल प्रीमियर-R-9-ललित के कमाल से अरविंद बेहाल
नेशनल प्रीमियर R10 -ललित का विजयरथ क्या दीपन रोकेंगे !
नेशनल प्रीमियर R11 :रोमांचक हुई खिताब की दौड़
नेशनल प्रीमियर R12 - ललित या अरविंद ? कौन होगा विजेता !