फीडे विश्व कप फ़ाइनल M1:ड्रॉ से हुई शुरुआत
कांति मनसीस्क ,रूस में चल रहे फीडे विश्व कप के फ़ाइनल में पहला क्लासिकल मुक़ाबला आज बिना किसी परिणाम के समाप्त हो गया । काले मोहरो से खेलते हुए डिंग लीरेन नें तैमूर को बढ़त बनाने का कोई मौका नहीं दिया और एक आसान से ड्रॉ के साथ मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने में कामयाब रहे अब अगले तीन राउंड में डिंग के पास दो बार सफ़ेद मोहरे होंगे । खैर आज के मुक़ाबले की खास बात यह भी रही की दोनों नें इसी वर्ष अप्रैल में शमकीर मास्टर्स में हुए अपने मुक़ाबले को पूरी तरह से दोहराया और 26 चालों तक मैच "हू बहू " वैसा ही रहा । तीसरे स्थान के लिए चल रहे फ्रांस के मेक्सिम लाग्रेव और चीन के यू यांगयी के बीच भी मुक़ाबला आज शांतिपूर्ण रहा । पढे यह लेख
आज तो दोनों खिलाड़ियों नें खेल को रैपिड से भी तेज खेला और 1 घंटे के पहले ही मुक़ाबला ड्रॉ रहा
फीडे शतरंज विश्व कप फ़ाइनल का आगाज हो गया है । चार मुक़ाबले के फ़ाइनल में चीन के डिंग लीरेन और अजरबैजान के तैमूर राजदाबोव के बीच पहला मुक़ाबला ड्रॉ रहा और स्कोर 0.5-0.5 रहा । सफ़ेद मोहरो से राजदाबोव नें खेल की शुरुआत किंग पान ओपनिंग से की और जल्द ही खेल राय लोपेज के मार्शल वेरिएशन में पहुँच गया जहां डिंग नें चालाकी से अपने एक प्यादे के बलिदान से मोहरो को सक्रिय कर लिया और राजदाबोव के राजा के उपर आक्रमण किया और इस दौरान मोहरो की अदला बदली के बीच खेल संतुलित बना रहा और 33 चालों के बाद बोर्ड पर दोनों तरफ सिर्फ एक हाथी और दो प्यादे रह जाने से खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ । अभी तीन और क्लासिकल मुक़ाबले खेले जाने है ।
देखे इस मैच का विश्लेषण हिन्दी चेसबेस इंडिया के सौजन्य से
तो कौन बनेगा इस ट्रॉफी का विजेता ये जानने के लिए आपको ज्यादा इंतजार अब नहीं करना होगा बस तीन और मुक़ाबले
तीसरे स्थान के लिए हो रहे मुक़ाबले में फ्रांस के मेक्सिम लाग्रेव और चीन के यू यांगयी के बीच भी पहले राउंड का मुक़ाबला ड्रॉ रहा । गुर्न्फ़ील्ड रशियन सिस्टम में हुए इस मुक़ाबले में मेक्सिम नें काले मोहरो से खेलते हुए यांगयी को 36 में ड्रॉ पर रोका ।