फीडे ग्रां प्री LIVE - हरिकृष्णा के लिए जीत ही एकमात्र रास्ता

05/11/2019 -

जर्मनी के हॅम्बर्ग में फीडे ग्रां प्री का तीसरा पड़ाव शुरू हो गया है । विश्व के चुनिन्दा  खिलाड़ियों में भारत के पेंटाला हरिकृष्णा अपनी दूसरी फीडे ग्रां प्री खेल रहे है और अगर हरिकृष्णा को फीडे कैंडीडेट में पहुँचना है तो इस टूर्नामेंट को जीतना ही उसका एकमात्र रास्ता है । हालांकि यह काफी मुश्किल नजर आता है क्यूंकी वह अपना पहला मुक़ाबला हार गए है पर अगर हरिकृष्णा अपना सबसे बेहतरीन खेल खेले तो यह संभव भी हो सकता है । खैर हरि फीडे कैंडीडेट पहुँचने की भारत से आखिरी उम्मीद है । यह भी एक सवाल है की क्या अब भी हमारे पास कोई भी विश्वनाथन आनंद का विकल्प है ? इस प्रतियोगिता में खेल रहे  16 खिलाड़ियों में से 6 रूस के ,2 -2 पोलैंड और चीन के खिलाड़ी है जबकि भारत से अकेले हरिकृष्णा । पहले राउंड के पहले मुक़ाबले में हरिकृष्णा रूसी खिलाड़ी पीटर स्वीडलर से हार गए है और चूंकि यह फीडे विश्व कप की तरह नॉक आउट मुक़ाबले है खेल को टाईब्रेक में ले जाने के लिए उन्हे यह मैच जीतना ही होगा - देखे सीधा प्रसारण यहाँ 

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बराबर रही निहाल और अनुभवी कारपोव की टक्कर

04/11/2019 -

भारत के लिए अगर हम भविष्य के खिलाड़ियों की बात करे तो निहाल सरीन का नाम इस सूची में सबसे पहले आता है और जिस अंदाज में वह प्रगति कर रहे है दुनिया भी उनका लोहा मानती है । खैर अभी सिर्फ 15 वर्ष के निहाल को धीरे धीरे उनकी +2600 रेटिंग का फायदा मिलने लगा है और यही कारण है की उन्हे फीडे विश्व कप और फीडे ग्रांड स्विस में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश मिल रहा है ।ऐसे ही एक मैच फ्रांस के "कपदे आज" में उनके और पूर्व विश्व चैम्पियन रूस के अनातोली कारपोव के बीच आयोजित किया गया । इस मुक़ाबले के शुरू होते ही सभी की नजरे निहाल सरीन पर थी की क्या वह इस दो रैपिड और दो ब्लिट्ज़ की सीरीज में जीत दर्ज करेंगे । जीत तो निहाल के हिस्से आई पर सिर्फ आखिरी मुक़ाबले में और दोनों के बीच सीरीज ड्रॉ पर समाप्त हुई । खैर निहाल यह सीरीज जीत सकते थे पर कारपोव जैसे दिग्गज से खेलना ही अपने आप में नन्हें निहाल के लिए अच्छी बात है । अगले वर्ष उन दोनों के बीच "अक्षयकल्पा" क्लासिकल मुक़ाबले भी खेले जाएँगे । पढे यह लेख 

वेसली सो बने पहले फिशर रैंडम विश्व चैम्पियन

03/11/2019 -

तो आखिरकार विश्व शतरंज को अपना पहला फिशर रैंडम विश्व चैम्पियन मिल गया । अमेरिका के वेसली सो नें मेजबान नॉर्वे के मौजूदा क्लासिकल विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन को पराजित करते हुए फीडे फिशर रैंडम विश्व खिताब अपने नाम कर लिया । इसे आप एक संयोग हो कहेंगे की बॉबी फिशर भी अमेरिका के थे तो पहला आधिकारिक खिताब भी अमेरिका के वेसली सो के नाम रहा ।वेसली सो की जीत कितनी एकतरफा रही इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है की  पूरे फ़ाइनल मुक़ाबले में कुल 6 मुक़ाबले खेले गए जिसमें से चार मुक़ाबले वेसली नें जीते तो दो मुक़ाबले ड्रॉ रहे ,मतलब मेगनस कार्लसन एक भी मुक़ाबला नहीं जीत सके और ऐसा कम ही देखने को मिलता है । खैर तीसरे स्थान पर रूस के इयान नेपोंनियची रहे जिन्होने नें भी लगभग एकतरफा मुक़ाबले में अमेरिका के फबियानों करूआना को मात दी । फीडे के इस आयोजन के साथ ही अब क्लासिकल ,रैपिड ,ब्लिट्ज़ के बाद फिशर रैंडम  विश्व चैंपियनशिप भी जुड़ गयी है । पढे यह लेख 

फिशर रैंडम - वेसली सो विश्व खिताब के करीब

02/11/2019 -

अमेरिका के पूर्व विश्व चैम्पियन बॉबी फिशर द्वारा रचे गए फिशर रैंडम शतरंज की पहली आधिकारिक फीडे विश्व चैम्पियनशिप का खिताब अमेरिका के ही वेसली सो के खाते मे जाता दिखाई दे रहा है । वेसली सो नें फ़ाइनल में लगातार तीसरे रैपिड मुक़ाबले में मौजूदा विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन को पराजित करते हुए एक ऐसी बढ़त हासिल कर ली है जिससे उनका विश्व खिताब उनके बेहद नजदीक नजर आ रहा है । पहले दिन ही 4.5-1.5 से बढ़त हासिल करने के बाद दूसरे दिन उन्होने कार्लसन की संभावना पर ग्रहण लगाते हुए दोनों रैपिड मुक़ाबले जीतकर पूरे 6 अंक हासिल करते हुए अपनी बढ़त को अविश्वसनीय तरीके से 10.5-1.5 पर पहुंचा दिया है । ऐसे में अब बचे मुकाबलों में उन्हे सिर्फ 2 अंक जुटाने है जो बिलकुल संभव नजर आता है । कार्लसन के लिए अब वापसी करना लगभग असंभव है ! तो देखना होगा की क्या वेसली वाकई इस खिताब को हासिल कर पाएंगे या फिर कार्लसन इतिहासिक पलटवार करेंगे ? पढे यह लेख 

फिशर रैंडम फ़ाइनल :वेसली नें दिया कार्लसन को झटका

01/11/2019 -

पूर्व अमेरिकन विश्व शतरंज चैम्पियन बॉबी फिशर के नाम पर उनके द्वारा ही रचे गए फिशर रैंडम शतरंज चैंपियनशिप की पहली आधिकारिक फीडे विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल मुक़ाबले का उदघाटन करने वर्तमान फीडे अध्यक्ष अरकादी द्वारकोविच नें पहली चाल चलकर किया । नॉर्वे के ओस्लो में हो रहे फ़ाइनल में पहले ही दिन मेजबान देश के मेगनस कार्लसन को हार का सामना करना पड़ा और वेसली सो नें पहले दिन हुए दो 45 मिनट के रैपिड मुक़ाबले में एक मुक़ाबला ड्रॉ खेलकर तो एक जीतकर बढ़त हासिल कर ली है देखना होगा की बचे हुए 6 मुक़ाबले किस की और झुकते है और कौन बनता है फिशर रैंडम शतरंज का पहला आधिकारिक विश्व चैम्पियन ? आपको क्या लगता है ? पढे यह लेख 

फिशर रैंडम विश्व चैंपियनशिप - कार्लसन और वेसली मे मुक़ाबला

30/10/2019 -

फीडे के द्वारा मान्यता देने के बाद पहली बार विश्व फिशर रैंडम शतरंज चैंपियनशिप के सेमी फ़ाइनल मुक़ाबले नॉर्वे के ओस्लो में खेले गए और जिसमें फ़ाइनल में जा पहुंचे है वर्तमान विश्व क्लासिकल चैम्पियन मेजबान नॉर्वे के मेगनस कार्लसन और अमेरिका के वेसली सो । सेमीफ़ाइनल के मुकाबलो को आप एकतरफा कह सकते है क्यूंकी दोनों ही खिलाड़ियों नें अपने प्रतिद्वंदीयों को बड़े अंतर से पराजित किया है । कार्लसन नें करूआना को तो वेसली सो नें रूस के इयान नेपोमनियची को 5-2 के अंतर से मात देते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई है और ऐसे में फ़ाइनल के बड़े रोमांचक होने की उम्मीद है । देखना होगा अमेरिकन महान खिलाड़ी फिशर से जुड़े इस खिताब का पहला विजेता अमेरिका से होगा या नॉर्वे से !पढे यह लेख

एवेगेनी और शुवालोवा बने विश्व जूनियर शतरंज चैम्पियन

29/10/2019 -

विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का खिताब रूस की पोलिना शुवालोवा और उक्रेन के स्टेंबुलिक एवेगेनी नें अपने नाम कर लिया । दोनों खिलाड़ी शुरुआत से ही एक विजेता की तरह खेले और वह ही इस खिताब के दावेदार थे भी, पर यह चैंपियनशिप भारत के लिए कोई पदक देकर नहीं गयी और यहाँ पर यह सवाल भी उठता है की क्यूँ दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की मौजूदगी में भारत विश्व जूनियर का खिताब पिछले 10 सालों से हासिल नहीं कर पाया । हालांकि भारत के मुरली कार्तिकेयन ,अरविंद चितांबरम ,प्रग्गानंधा और आकांक्षा हागवाने शीर्ष 10 में जगह बनाने में कामयाब रही . पढे यह लेख

आरबी रमेश ने जीता मार्क ड्वोंरेसकी पुरस्कार

28/10/2019 -

भारतीय शतरंज खिलाड़ी इस समय पूरे विश्व में अपने रोमांचकारी खेल से सभी को गौरवान्वित कर अपना परचम लहरा रहे है। इन्हीं खिलाड़ियों के बीच भारत के एक शानदार शतरंज प्रशिक्षक ने भी देश को गौरवान्वित होने का मौका दिया। वह नाम है ग्रांडमास्टर रामचंद्रन रमेश (आर बी रमेश) का जिन्होंने 18 अक्टूबर को फीडे ट्रेनर अवार्ड्स के तहत प्रतिष्ठित मार्क ड्वोंरेसकी पुरस्कार जीत शतरंज जगत में खुशी की लहर पैदा कर दी है। आरबी रमेश का नाम एक खिलाड़ी से ज्यादा अब पूरी दुनिया में एक प्रशिक्षक के तौर पर जाना जाता है । वर्तमान समय में भारत के कई बड़े नाम जैसे मुरली कार्तिकेयन ,अरविंद चितांबरम ,आर प्रग्गानंधा ,दिव्या देशमुख उनके प्रशिक्षण में भारत को गौरान्वित कर रहे है । रमेश का विश्व शतरंज संघ द्वारा सम्मान दरअसल भारतीय शतरंज जगत का भी सम्मान है । पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

शतरंज निर्णायक राजकुमार का दुःखद निधन - शतरंज जगत नें बढ़ाए मदद के हाथ,आप भी करे सहयोग

26/10/2019 -

शुक्रवार शाम दिल्ली में हुए एक हादसे में अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक राजकुमार के असामयिक निधन से शतरंज जगत स्तब्ध है ,दिल्ली शतरंज संघ के लिए तो यह अपूर्णीय क्षति है ,42 वर्ष की उम्र में ज़िंदादिल स्वभाव के राजकुमार शतरंज के लिए समर्पित व्यक्ति थे करीब 15 वर्ष पहले धनबाद ,झारखंड  से दिल्ली में आकर बसे राजकुमार नें दिल्ली शतरंज संघ के नियमित सदस्य के तौर पर कई बड़े टूर्नामेंट में अपना सहयोग देना शुरू कर दिया साथ ही कई विद्यालयों में उन्होने शतरंज सिखाना आरंभ किया । अपनी मेहनत से 2011 में फीडे आर्बिटर बने तो 2013 में उन्होने इंटरनेशनल आर्बिटर बन गए । राज कुमार अपने पीछे  परिवार में उनकी धर्मपत्नी और दो बालिका छोड़ गए है ।  परिवार में  जीविका चलाने वाले वह अकेले व्यक्ति थे ऐसे में उनके परिवार के उपर ना सिर्फ दुःखो का पहाड़ टूटा है बल्कि एक बड़ा आर्थिक संकट भी खड़ा हो  गया है । दुख की इस घड़ी में दिल्ली शतरंज संघ परिवार समेत सभी भारत के शतरंज खिलाड़ी मदद के लिए सामने आ रहे है । आप भी इसमें अपना सहयोग दिल्ली शतरंज संघ के द्वारा कर सकते है पढे यह लेख ।

विश्व जूनियर -अब प्रियांका -अरविंद से आखिरी उम्मीद

25/10/2019 -

विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में भारत को एक बार फिर स्वर्ण पदक नहीं मिलेगा यह तो अब तय हो गया है लेकिन क्या भारत को कोई एक पदक भी मिलेगा इस बात का जबाब है की हाँ थोड़ी उम्मीद तो है । दसवें राउंड में मुरली कार्तिकेयन की हार नें भारत ओ बड़ा झटका दिया तो अरविंद भी मुक़ाबले को जीत नहीं सके । ऐसे में अब अंतिम राउंड में जो समीकरण सामने आए है उनके अनुसार अगर आज बालक वर्ग में अरविंद चितांबरम जीत दर्ज करे और बालिका वर्ग में प्रियांका नूटकी भी जीत जाये और कुछ परिणाम हमारे मन मुताबिक आ जाये, तो बहुत संभव है की भारत को विश्व जूनियर का कोई पदक मिल सके ! पढे यह लेख

विश्व जूनियर में अब कार्तिक -दिव्या से बड़ी उम्मीद

23/10/2019 -

दिल्ली में चल रही विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप अब अपने अंतिम पड़ाव के करीब पहुँच गयी है और अब अंतिम तीन राउंड यह तय करेगे की विश्व जूनियर का ताज किसके सर सजेगा । स्पेन के संटोस मिगेल और उक्रेन के स्टेंबूलिक सयुंक्त बढ़त पर चल रहे है । बात करे भारत की संभावनाओं की तो आठवे राउंड में भारत को मुरली कार्तिकेयन की रूस के मुरजिन वोलोदर पर जीत से वह खिताब की दौड़ में बन हुए है,अरविंद चितांबरम भी एक बार फिर जीत दर्ज करते हुए पुनः लय में लौट रहे है । प्रग्गानंधा की स्पेन के संटोस मिगेल के हाथो से हार से जरूर एक झटका लगा और अब देखना होगा की वह अंतिम तीन राउंड कैसे खत्म करते है । बालिका वर्ग में भारत की नजरे दिव्या देशमुख सयुंक्त तीसरे स्थान पर है उनके अलावा प्रियांका नूटकी ,आकांक्षा हागवाने ,शृष्टि पांडे अंतिम तीन राउंड में अच्छा प्रदर्शन करके उपर आ सकती है । आर वैशाली और वन्तिका अग्रवाल का टूर्नामेंट से हटना भी भारत के लिए बड़ा झटका है । पढे यह लेख । 

ग्रांड स्विस - वांग हाउ विजेता बनकर पहुंचे कैंडीडेट !

22/10/2019 -

फीडे ग्रांड स्विस का खिताब चीन के वांग हाऊ नें जीतकर सभी को चौंका दिया और बड़ी बात यह खिताब उन्होने कार्लसन और करूआना की मौजूदगी मे अपने नाम किया । अंतिम दो राउंड में पहले आनंद और फिर डेविड हावेल को हराकर उन्होने फीडे कैंडीडेट में जगह बना ली और चीन के दूसरे खिलाड़ी बन गए जो फीडे कैंडीडेट खेलेंगे । इस प्रतियोगिता के समापन के साथ भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद का फीडे कैंडीडेट में पहुँचना अब संभव नहीं होगा । तकनीकी तौर पर सिर्फ पेंटाला हरिकृष्णा अगली दोनों ग्रांड प्रिक्स जीतकर कैंडीडेट में जगह बना सकते है पर फिलहाल यह काफी मुश्किल रास्ता नजर आता है । विदित गुजराती टूर्नामेंट का अच्छा अंत करने में सफल रहे और भारतीय खिलाड़ियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 12 वे स्थान पर रहे । पढे यह लेख 

विश्व जूनियर पर पड़ी ईरान और इज़राइल विवाद की छाया

20/10/2019 -

 दिल्ली में चल रही विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में पाँचवाँ दिन खेल की वजह से नहीं बल्कि ना खेलने की वजह से भी चर्चा में रहा । तब एक दूसरे के खिलाफ राजनैतिक संबंध खराब होने के चलते ईरान और इज़राइल की खटास सबके सामने आ गयी जब टॉप सीड ईरान के अमीन ताबतबाई का मुक़ाबला इज़राइल के ऑर ब्रोंस्टाइन से हुआ । जैसा की इससे पहले भी ईरान के आर्यन घोलामी चौंथे राउंड में ज़्लाटिन अलेक्ज़ेंडर के खिलाफ खेलने नहीं आए थे हालांकि वह बाद में खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर प्रतियोगिता से हट गए थे । इस सबके अलावा प्रग्गा और मुरली की सयुंक्त दूसरे स्थान पर पहुँच गए है जबकि बालिका वर्ग में वैशाली ,रक्षिता ,दिव्या और अर्पिता सयुंक्त तीसरे स्थान पर चल रही है ,पढे यह लेख 

ग्रांड स्विस - आनंद के लिए कैंडीडेट की उम्मीद कायम

19/10/2019 -

फीडे ग्रांड  स्विस अब अपने अंतिम पड़ाव के नजदीक जा पहुंचा है और अब सिर्फ अंतिम तीन राउंड खेले जाने बाकी है और भारत के विश्वनाथन आनंद जी पिछले 4 राउंड म 3 जीत और 1 ड्रॉ के साथ 3.5 अंक बनाते हुए  अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर कैंडीडेट में पहुँचने की उम्मीद एक फिर कायम कर ली है । प्रतियोगिता मे उन्होने पहले राउंड मे हार के साथ शुरुआत की थी इस लिहाज से आनंद नें वापसी करते हुए आठ राउंड के बाद 5.5 अंको के साथ सयुंक्त दूसरा स्थान हासिल कर लिया । 6 अंको के साथ लेवान अरोनियन और फबियानों करूआना सयुंक्त पहले स्थान पर चल रहे । अन्य भारतीय खिलाड़ियों मे अधिबन भास्करन 5 अंको पर तो विदित गुजराती ,डी गुकेश ,एसएल नारायणन और एसपी सेथुरमन 4.5 अंको पर खेल रहे है । 

प्रदीप पाठक बने सीनियर उत्तर प्रदेश शतरंज चैम्पियन

19/10/2019 -

अखिल भारतीय शतरंज संघ की देखरेख में उत्तर प्रदेश स्पोर्ट्स चेस एसोसिएश ने संबंध चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन गाजियाबाद के आयोजन में गाजियाबाद के आईटीएस कॉलेज में 4 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक आईटीएस कप यूपी स्टेट फीडे रेटेड सीनियर चेस चैम्पियनशिप का शानदार आयोजन हुआ। 8 राउण्ड की प्रतियोगिता में 7 अंक बनाकर खिताब के लिए प्रयागराज के प्रदीप पाठक और वाराणसी के दिलीप त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से दावेदारी पेश की लेकिन टाइब्रेक के आधार पर चैम्पियनशिप का खिताब प्रदीप पाठक (2162) ने नाबाद रहते हुए अपने नाम कर लिया। उपविजेता का खिताब दिलीप त्रिपाठी (1770) ने जीता। वहीं 6.5 अंक अपने बेहतरीन खेल से सभी को अचंभित कर गाजियाबाद के प्रभव अग्रवाल (1403) तीसरे स्थान पर रहे। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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