विश्व जूनियर - क्या प्रग्गानंधा जीत सकते थे ?
इटली मे चल रही विश्व शतरंज चैंपियनशिप में सातवा राउंड कोई खास बदलाव नहीं लाया और अधिकतर खिलाड़ी सुरक्षित सोच के साथ आगे बढ़ते नजर आए और यूं कहें की एक दूसरे की गलती का इंतजार करते नजर आए । खैर भारत के 12 वर्षीय नन्हें उस्ताद इस प्रतियोगिता से सही मायनों में अब एक अनुभवी खिलाड़ी की सोच में ढलते नजर आ रहे है और वह विश्व जूनियर का खिताब जीते या ना जीते अब उनका सुनहरा भविष्य साफ दिखाई दे रहा है । राउंड 7 के मुक़ाबले में वह पहले खराब स्थिति में थे और बाद में वह बेहतर स्थिति में आ गए पर उन्होने सुरक्षित खेलने का चुनाव किया खैर वह अभी भी 5.5 अंक के साथ भारतीय खिलाड़ियों में सबसे आगे चल रहे है । अरविंद चितांबरम ,मुरली कार्तिकेयन और शार्दूल गागरे भी 5 अंक के साथ उम्मीद कायम रखे हुए है तो बालिका वर्ग में वैशाली और आकांक्षा को अब जीत की दरकार है । पढे यह लेख ..
तर्विसियों ,इटली । ( निकलेश जैन ) विश्व जूनियर चैंपियनशिप में राउंड 7 पर सबकी नजरे लगी हुई थी और मैच हुए भी जोरदार पर अगर बात कर खिलाड़ियों के स्थान की तो सब कुछ वैसा का वैसा ही है जैसा राउंड के पहले था । शीर्ष स्तर पर पहले 10 बोर्ड में से 7 मैच बराबरी पर समाप्त होने से अंक तालिका में स्थान में ज्यादा परिवर्तन नहीं हुआ है । खैर बात करे हमारे नन्हें सितारे प्रग्गानंधा की तो आज का उनका मैच काफी उतार चढ़ाव वाला रहा ।
भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन एक नजर डालते है :-
SNo | Name | Rtg | FED | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | Pts. | Rk. | K | rtg+/- | Group | |
4 | GM | Sunilduth Lyna Narayanan | 2585 | IND | 1 | 1 | ½ | ½ | 0 | ½ | ½ | 4,0 | 40 | 10 | -7,70 | Open Section |
6 | GM | Karthikeyan Murali | 2578 | IND | 1 | 1 | ½ | 1 | 0 | 1 | ½ | 5,0 | 11 | 10 | 4,70 | Open Section |
7 | GM | Aravindh Chithambaram Vr. | 2572 | IND | 0 | 1 | 1 | 1 | 1 | ½ | ½ | 5,0 | 16 | 10 | -1,20 | Open Section |
13 | GM | Vaibhav Suri | 2560 | IND | ½ | ½ | 1 | 0 | 1 | ½ | 1 | 4,5 | 32 | 10 | -7,70 | Open Section |
26 | IM | Praggnanandhaa R | 2509 | IND | 1 | 1 | ½ | 1 | 1 | ½ | ½ | 5,5 | 6 | 10 | 18,40 | Open Section |
33 | GM | Gagare Shardul | 2482 | IND | ½ | 1 | ½ | 1 | ½ | 1 | ½ | 5,0 | 21 | 10 | 6,20 | Open Section |
47 | IM | Harsha Bharathakoti | 2445 | IND | 1 | 1 | 1 | 0 | ½ | 0 | 0 | 3,5 | 63 | 10 | -0,40 | Open Section |
68 | IM | Mohammad Nubairshah Shaikh | 2394 | IND | 1 | 0 | 1 | 0 | 1 | 0 | 0 | 3,0 | 90 | 10 | -14,00 | Open Section |
76 | IM | Sidhant Mohapatra | 2371 | IND | ½ | 0 | 1 | 1 | ½ | 0 | ½ | 3,5 | 64 | 10 | 1,30 | Open Section |
78 | IM | Krishna Teja N | 2363 | IND | 0 | ½ | 1 | 1 | ½ | 0 | 1 | 4,0 | 60 | 10 | 5,30 | Open Section |
88 | FM | Sadhwani Raunak | 2339 | IND | ½ | 0 | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 3,5 | 82 | 20 | -12,60 | Open Section |
98 | Kumar Gaurav | 2297 | IND | 1 | 0 | 0 | 1 | 1 | 0 | 0 | 3,0 | 87 | 20 | 8,00 | Open Section | |
131 | WFM | Tarini Goyal | 2062 | IND | 0 | 0 | 0 | 1 | 1 | ½ | 0 | 2,5 | 122 | 40 | 34,40 | Open Section |
12 | WIM | Vaishali R | 2325 | IND | 1 | 1 | 0 | ½ | 1 | 1 | ½ | 5,0 | 8 | 20 | 8,60 | Girl Section |
15 | WIM | Aakanksha Hagawane | 2312 | IND | 1 | ½ | 1 | ½ | 1 | ½ | ½ | 5,0 | 10 | 20 | 19,00 | Girl Section |
25 | WFM | Arpita Mukherjee | 2210 | IND | ½ | 1 | ½ | ½ | 0 | 1 | ½ | 4,0 | 30 | 40 | -23,60 | Girl Section |
30 | WIM | Mahalakshmi M | 2191 | IND | 0 | ½ | 1 | 0 | 1 | ½ | ½ | 3,5 | 51 | 20 | -39,60 | Girl Section |
37 | WIM | Pratyusha Bodda | 2152 | IND | 1 | 0 | 1 | ½ | 0 | 1 | 0 | 3,5 | 41 | 20 | 2,60 | Girl Section |
41 | WIM | Parnali S Dharia | 2136 | IND | 1 | 0 | 1 | 0 | ½ | ½ | 1 | 4,0 | 37 | 20 | -13,80 | Girl Section |
51 | WFM | Lasya.G | 2087 | IND | 0 | 1 | ½ | ½ | ½ | 0 | 1 | 3,5 | 48 | 20 | 4,60 | Girl Section |
54 | Priyanka K | 2046 | IND | 0 | ½ | 1 | 1 | 0 | 1 | 1 | 4,5 | 19 | 40 | 69,20 | Girl Section | |
56 | WFM | Salonika Saina | 2025 | IND | 0 | 1 | 0 | 0 | 1 | 0 | 1 | 3,0 | 64 | 40 | -36,80 | Girl Section |
71 | WFM | Bidhar Rutumbara | 1904 | IND | 0 | 0 | 1 | 1 | 0 | 0 | 1 | 3,0 | 68 | 40 | 14,00 | Girl Section |
आज वह काले मोहरो से रूस के अलेक्सींकों किरिल्ल से मुक़ाबला खेल रहे थे और राय लोपेज ओपनिंग में उन्होने स्टेनिज सिस्टम चुना । खेल शुरुआत में सामान्य तौर पर आगे बढ़ा । खेल की 13वी चाल से प्रग्गानंधा नें बोर्ड के वजीर के तरफ के हिस्से में दबाव बनाना शुरू कर दिया पर खेल की 16वी चाल में जब वह अलेक्सींकों के ऊंट के एक कमजोर प्यादे पर हमला कर सकते थे और अपने वजीर और हाथी से खेल में और दबाव बना सकते थे उन्होने अपने प्यादे से हाथी के तरफ के प्यादे को मारने का फैसला किया पर इस प्यादे के हटते ही अलेक्सींकों के वजीर और हाथी को खेल में आने का मौका मिल गया और प्रग्गानंधा का हाथी के सामने का प्यादा काफी कमजोर हो गया ओर ऐसा लगा की आज वह मैच हार जाएंगे ।
खैर बोर्ड के केंद्र में पहले से प्यादे कुछ यूं उलझे थे की वहाँ से खेल संभव नहीं था ऐसे में प्रग्गानंधा नें जबाबी कार्यवाही करते हुए अपने राजा की ओर से अलेक्सींकों पर हमला कर दिया और परिणाम यह हुआ की अलेक्सींकों सही समय पर सही जबाब नहीं दे सके और उनका बेहद आक्रामक लग रहे वजीर को उन्हे प्रग्गानंधा के वजीर से बदलना पड़ा और इसके साथ ही अचानक खेल में प्रग्गानंधा नें अपने घोड़े से अलेक्सींकों के कमजोर प्यादो पर आक्रमण कर दिया और उनके बचाव में अलेक्सींकों को अपने हाथी लगाने पड़े और प्रग्गानंधा का कमजोर प्यादा ही उनकी ताकत नजर आने लगा क्यूंकी उसे रोकने के लिए अलेक्सींकों को अपना घोडा लगाना पड़ा ऐसे में जब प्रग्गानंधा अपने एक हाथी को अलेक्सींकों के हाथी से बदल कर और अपने राजा को खेल में लाकर मैच में और दबाव बना सकते थे उन्होने खेल को सुरक्षित खेलने का रास्ता चुना और 52 चालों तक चला यह मैच बराबरी पर समाप्त हुआ
देखे और इंटरनेशनल मास्टर सागर शाह से समझे क्यूँ किया प्रग्गु नें यह मैच ड्रॉ
सोचने वाली बात है की 12 साल के प्रग्गानंधा जिस अंदाज से 20वर्षीय अलेक्सींकों का मुक़ाबला करते है यह भारतीय शतरंज के एक सुनहरे भविष्य की आहट है । खैर बात करे अन्य भारतीय खिलाड़ियों की तो आज मुरली कार्तिकेयन नें इज़राइल के आर्यन घोलामी से ड्रॉ खेला तो अरविंद चितांबरम नें चीन के लू इयान से तो शार्दूल गागरे नें अर्मेनिया के मनुयल पेट्रोसियन से ड्रॉ खेला ।
अगर हम अंक तालिका पर नजर डाले तो आपको समझ आएगा ...
की अभी भी यह प्रतियोगिता खुली हुई है और कोई भी खिताब का मुख्य दावेदार नहीं है ।
11 राउंड में से खेले गए 7 राउंड के बाद नॉर्वे के आर्यन तारी 6 अंक के साथ पहले स्थान पर चल रहे है तो प्रग्गानंधा समेत 9 खिलाड़ी 5.5 अंको पर खेल रहे है । तो मुरली ,अरविंद और शार्दूल समेत 11 खिलाड़ी 5 अंको पर खेल रहे है । मतलब साफ है की जो भी खिलाड़ी अगले चार राउंड में सीधी जीत दर्ज करने में कामयाब रहेगा उसका पडला भारी हो जाएगा ।
बालिका वर्ग में भारत की पदक की उम्मीद थोड़ा मुश्किल होती नजर आ रही है यहाँ पर आर वैशाली और आकांक्षा हागवाने के बीच मुक़ाबला ड्रॉ रहने से वह अभी शीर्ष 10 में तो बनी हुई है मगर शीर्ष पर काबिज खिलाड़ियों से अंको का बढ़ता फासला उनकी पदक की संभावनाओ को कमजोर कर रहा है । फिलहाल कजखस्तान की अब्दुमलिक ज़्हानसाया 6.5 अंक के साथ पहले स्थान पर चल रही है ,उनके पीछे 4 खिलाड़ी 5.5 अंको पर है तो उसके बाद वैशाली और आकांक्षा समेत 8 खिलाड़ी 5 अंको पर खेल रहे है ।