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विश्व टीम 2019 - कैसे फिसला भारत के हाथ से मेडल

by Niklesh Jain - 16/03/2019

भारतीय टीम विश्व टीम शतरंज चैंपियनशिप में अपने शीर्ष तीन खिलाड़ियों विश्वानाथन आनंद , पेंटाला हरीकृष्णा और विदित गुजराती के बिना गयी थी पर फिर भी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और यह साबित किया की अब भारत की टीम में मजबूत खिलाड़ियों की कमी नहीं है और टीम को ओलंपियाड और विश्व टीम जैसे बड़े मुक़ाबले में अब कमतर नहीं समझा जा सकता । टीम में इस दौरान चीन जैसी टीम को बराबरी पर रोका तो अंतिम राउंड के पहले तक टीम नें एक भी मैच नहीं गवाया था इसे आप भारत की किस्मत ही कहे की अंतिम राउंड में टीम को बेहद मजबूत रूस के मुक़ाबला खेलना पड़ा और बस एक हार नें टीम को सीधे दूसरे स्थान से उठाकर चौंथे स्थान पर पहुंचा दिया ।  अधिबन भास्करन और सूर्या शेखर गांगुली नें बेहतरीन खेल का परिचय दिया और व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी अपने नाम किए फिर दरअसल क्या कारण रहा की भारत पदक तालिका से बाहर रहा । शशि की खराब लय से जूझता भारत जिस अंदाज में खेला वह भी शानदार भविष्य की बड़ी दस्तक है । इस लेख में देखे भारत की बढ़ती ताकत और कमजोरी को तौलता यह लेख 

रूस नें भारत को हराकर जीता स्वर्ण , इंग्लैंड नें रजत तो चीन नें कांस्य पर जमाया कब्जा 


अस्ताना , कजखस्तान में सम्पन्न हुई विश्व टीम शतरंज चैंपियनशिप में अंतिम और फ़ाइनल मुक़ाबले में एक समय जीत के नजदीक पहुँच गयी भारतीय पुरुष टीम दुर्भाग्यशाली तरीके से अंतिम राउंड में रूस से 2.5-1.5 से पराजित होकर पदक तालिका से बाहर हो गयी और चौंथे स्थान पर रही । दरअसल भारत के लिए पूरे प्रतियोगिता में कृष्णन शशिकीरण की खराब लय सबसे बड़ी परेशानी लेकर आई और यकीन मानिए ईरान इंग्लैंड और अमेरिका के खिलाफ शशिकीरण का मैच हारना भारत को ड्रॉ से ज्यादा कुछ नहीं दिला सका अगर आप इन तीन मैच को ड्रॉ के तौर पर देखे तो भारत आपको साफ तौर पर दूसरे स्थान पर नजर आता । 

विश्व टीम चैंपियनशिप जैसी स्पर्धाओं में किसी भी एक खिलाड़ी की खराब लय टीम को परेशानी में डाल सकती है । शशि नें भारत के लिए सबसे ज्यादा टीम स्पर्धाओं को खेला है और चाहे वो बाकू का कांस्य पदक हो या फिर इससे पहले विश्व टीम का पदक हमेशा उन्होने टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है पर इस बार वह खुद अपने खेल से बेहद निराश होंगे खासतौर पर तब ,जब वह ऐरोफ़्लोट में अद्भुत प्रदर्शन करके अस्ताना पहुंचे थे ।

 

 

Rk.Team12345678910 TB1  TB2  TB3 
1Russia * 22331421,00
2India * 222221120,50
3England22 * 1231117,50
4China23 * 21018,50
5United States of America22 * 123917,50
6Iran21 * 23817,00
7Azerbaijan22½32 * 21614,00
8Kazakhstan1½22 * 3413,00
9Sweden½½½½31 * 410,00
10Egypt1½211 * 311,00

अंतिम राउंड के पहले भारत 11 मैच अंक बेहतर टाईब्रेक के आधार पर दूसरे स्थान पर था रूस 14 अंको के साथ पहले ही विजेता बन चुका था जबकि इंग्लैंड 11 अंको के साथ तीसरे और चीन 10 अंको के साथ चौंथे स्थान पर था । पर अंतिम राउंड में भारत के रूस से पराजय का फायदा इंग्लैंड और चीन को मिला गया क्यूंकी चीन नें अंतिम राउंड में स्वीडन को 3.5-0.5   से तो चीन नें मेजबान कजखस्तान को 2.5-1.5 से पराजित करते हुए क्रमशः 13 और 12 अंक बनाते हुए भारत को पीछे छोड़ दिया और इस तरह भारत जिसे पदक जीतने के लिए सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी पदक तालिका से बाहर हो गया । भारत नें कुल खेले 9 मैच में 3 जीत 5 ड्रॉ और 1 हार दर्ज की । 


कुछ इस तरह बदला मैच 

भारत के लिए अधिबन नें इस बार बेहद परिपक्वता का परिचय देते हुए पहले बोर्ड पर अपनी ज़िम्मेदारी बखूभी निभाई और उसका फल भी उन्हे बराबर मिला और एक 2700 के खिलाड़ी के तौर पर उन्होने प्रतियोगिता का समापन किया 

अंतिम राउंड में भारत के लिए पहले बोर्ड से अधिबन भास्करन नें सबसे पहला आधा अंक दिलाया और उन्होने रूस के शीर्ष खिलाड़ी सेरगी कार्यकिन से मैच ड्रॉ निकाल लिया । इसके साथ ही 2683 रेटिंग के अधिबन नें इस प्रतियोगिता में अपने अपराजेय रहने के क्रम को बरकरार रखा और अधिकृत तौर पर 2700 अंक का आंकड़ा छूने वाले इतिहास में 5 वे भारतीय बन गए 


सूर्या शेखर गांगुली के खिलाफ नेपोमनियची नें अपनी पूरी ताकत लगा दी और एक पूरी तरह हारे हुए मैच को वह ड्रॉ में बदलने में कामयाब रहे और यह भारत के लिए एक बड़ा झटका था 

 

जब गांगुली और अरविंद जीत से चूके 

अगर भारत को सबसे ज्यादा किसी बात का दुख होगा टॉप वह की भले ही रूस टीम दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम है भले उनके खिलाड़ियों की रेटिंग हमारे खिलाड़ियों से ज्यादा है पर हम यह मुक़ाबला जीत सकते थे दूसरे बोर्ड पर खेल रहे भारत के लिए सबसे ज्यादा अंक बनाने वाले सूर्या शेखर गांगुली इयान नेपोमनियची के खिलाफ लगभग जीती हुई बाजी में समय के दबाव में गलतियाँ करते चले गए और एक मोहरा ज्यादा होते हुए भी उन्हे ड्रॉ खेलने पर मजबूर होना पड़ा।

 

जबकि चौंथे बोर्ड पर खेल रहे अरविंद चितांबरम आन्द्रेकिन दिमित्री के खिलाफ  एक समय बेहद महत्वपूर्ण बढ़त लेकर जीत के नजदीक थे पर वह भी समय के दबाव में बेजा गलतियाँ करते हुए मैच में ड्रॉ से ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर सके । और इस तरह मैच 1.5-1.5 की बराबरी पर आ गया । 

यह वो मौका था जब अरविंद Qg5 चलकर जीत की और कदम बढ़ा सकते थे पर उन्होने Qe3 को चुना और खेल जल्द ही ड्रॉ हो गया 


ऐसे में अंतिम मुक़ाबले मतलब बोर्ड तीन पर सेथुरमन और रूस के दिग्गज अलेक्ज़ेंडर ग्रीसचुक के बीच मुक़ाबले पर सबकी नजरे थी पर यह मुक़ाबला एक प्यादा कम पर खेल रहे सेथुरमन के लिए मुश्किले बढ़ाता गया और वह लंबे चले इस मुक़ाबले में पराजित हुए और साथ ही भारत मैच रूस से 2.5-1.5 से हार गया । 


ग्रीसचुक का अनुभव और जीतने की जिद नें भारत से पदक लेकर चीन को दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई !

फ़ाइनल रैंकिंग 

Rk.Team12345678910 TB1  TB2  TB3 
1Russia * 22331623,50
2England2 * 12231321,00
3China3 * 221221,00
4India22 * 2221122,00
5United States of America22 * 31231120,50
6Iran121 * 23818,00
7Azerbaijan2½232 * 21816,50
8Kazakhstan1½22 * 3414,50
9Sweden½½½½½31 * 410,50
10Egypt12½11 * 312,50

 

 

 

हालांकि अपने तीन प्रमुख खिलाड़ियों विश्वनाथन आनंद , पेंटाला हरिकृष्णा और विदित गुजराती के बिना खेल रही यह टीम वाकई अपने शानदार खेल के लिए बधाई की हकदार है । 

चेसबेस इंडिया नें अखिल भारतीय शतरंज संघ के सचिव भारत सिंह से बात की देखे शतरंज समाचार 

 

भारतीय टीम का सम्पूर्ण प्रदर्शन 

 

जल्द ही लेख होगा अधिबन और सूर्या शेखर गांगुली के शानदार प्रदर्शन पर पढ़ते रहे चेसबेस इंडिया