धोनी फिल्म के कमाल के अभिनेता सुशांत सिंह का निधन
ज़िंदगी की शतरंज मे वो बाजी हार गया पर ऐसा कैसे हो गया आज यह सवाल सभी के मन मे कौंध रहा है , धोनी द अनटोल्ड स्टोरी जैसी शानदार फिल्म करके करोड़ो लोगो को जीवन मे संघर्ष करके कुछ हासिल करने वाले बॉलीवुड अभिनेता दुनिया छोड़कर चले गए अभी भी उनके निधन के कारणो की जांच की जा रही है पर जो कारण सभी सामने आए है उससे उनके अवसान के कारण खुद इहलीला समाप्त करने का पता चल रहा है । उनकी पिछली फिल्म छिछोरे मे तो शतरंज का एक शानदार मुक़ाबला भी दिखाया गया था । ईश्वर उनके और उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे । एक शतरंज खिलाड़ी होने के नाते हमारा क्या फर्ज है पढे यह लेख !
वो बादशाह था पर उसने शह मात को शायद अंतिम खेल समझा यहाँ तो और भी बाज़ियाँ थी जिसका सामना करना था और जीतना था
सबसे पहले मेरा यह पत्र आप सभी के लिए
सौभाग्य ना सब दिन सोता है ,देखे आगे क्या होता है, दोस्तो समय बुरा है पर हमें अच्छा करना सीखना होगा ,समय कठिन पर हमें सामना करना होगा ,मंजिल नजर नहीं आ रही पर हमे तो उम्मीद लगा कर चलना होगा ,गलतियों से सीखना होगा ,खुद को बेहतर बनना होगा तभी तो हम मनुष्य कहलाते है तभी तो हम ईश्वर की सबसे अच्छी कृति कहलाते है ! मन बहुत दुखी है ,ऐसा कैसे हो सकता है पर हो गया है। वो गज़ब का अभिनेता था उसके अभिनय नें बहुत प्रेरणा दी उसकी फिल्मों को बहुत सराहा गया पर वो अचानक चला गया । बेहद दुखद 🙁 आप सभी अपने और अपने परिवार का खूब ख्याल रखिए अपने आसपास के बच्चो ,बुजुर्गो अपने जीवन साथी ,दोस्तो को सुनिए और जीवन का आनंद छोटी छोटी बातों में उठाने की कोशिश करिए ,पैसे फिर कमा लेंगे ,मकान फिर बना लेंगे ,गाड़ी फिर ले लेंगे ,खुश रहिए और जरूरतमंदों की मदद कीजिये । #RIP सुशांत सिंह ( गज़ब का अभिनेता ) #निकलेश की कलम से ✍️
दोस्तो शतरंज देता है हर दुख परेशानी सहने की शक्ति
दोस्तो हमें जीवन में हमेशा इस बात का धन्यवाद देना चाहिए की हम शतरंज के खिलाड़ी है हमने बचपन से ही कई हार देखी है ,कई जीती बाज़ियाँ गवाईं है कई बार मूर्खता भी की है और कई बार खुद से नियंत्रण भी खोया है पर इन सब बातों नें ही हमें हर परिस्थिति का सामना करना सिखाया है दिमागी खेल नें हमें खेल खेल में मजबूत इंसान बनाया है इसीलिए चाहे जो हो जाये हमने सीखा है की एक और मुक़ाबला खेलने को मिलेगा एक और बाजी आएगी हम कभी तो जीतेंगे ,हम कभी तो विजेता बनेंगे ,नहीं भी बने तो कुछ तो सीखेंगे ।
अपने आस पास जितना हो सके बच्चो को शतरंज खेलना सिखाये यह खेल उनके जीवन में उन्हे इतनी मानसिक मजबूती तो देगा ही की वह बड़े होकर कुछ बनकर जब असफल होंगे तो आत्महत्या तो नहीं करेंगे वह लड़ने की और वापसी करने की मानसिक मजबूती तो रखेंगे ही । अगर हमने आने वाले कल की एक जान भी बचा ली तो यह हमारे खेल का जीवन को बड़ा सहयोग होगा
चेसबेस इंडिया नें हमेशा इस खेल को कुछ और बढ़कर माना है इस विडियो को आप किसी भी सीखने के इच्छुक व्यक्ति से बाँट सकते है
मेरे लिए कुछ सकारात्मक इंटरव्यू पंजाब केसरी पर
ग्रांड मास्टर हिमांशु शर्मा खेल के बारे में
इंटरनेशनल मास्टर सागर शाह खेल के बारे में
ग्रांड मास्टर विदित गुजराती खेल के बारे में
नियम ले ना हम कभी इस दुर्लभ जीवन को खोएँगे ना किसी को खोने देंगे !