लेक सिटी इंटरनेशनल - गौरव नें दिया लक्ष्मण को झटका
राजस्थान की खुबसूरत प्रमुख पर्यटन और झीलों की नगरी के नाम से मशहूर उदयपुर इस समय राजस्थान शतरंज के इतिहास में पहली बार आयोजित हो रही ग्रांडमास्टर ओपेन शतरंज टूर्नामेण्ट का गवाह बन रहा है। झीलों की इस नगरी में अखिल भारतीय शतरंज संघ की देखरेख और चेस इन लेकसिटी के आयोजन में पहली लेकसिटी इंटरनेशनल ओपेन ग्रांडमास्टर चेस टूर्नामेण्ट का आयोजन यहां के शानदार ऑरबीट रिर्सोट में किया जा रहा है। तीन वर्गों ओपेन, ब्लीट्ज और रैपिड में होने वाली इस प्रतियोगिता की कुल पुरस्कार राशि 20 लाख रुपये रखी गई है। प्रतियोगिता के अब तक तीन चक्रों की समाप्ति के बाद सभी वरिय खिलाड़ियों ने अपनी बढ़त बरकरार रखी है। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट
फोटो -एफ़ए सुनील सोनी
पर्यटन स्थली उदयपुर में 13 सितम्बर से 20 सितम्बर तक होने वाली यह प्रतियोगिता 10 राउण्ड में खेली जाएगी। इस प्रतियोगिता में भारत सहित आर्मेनिया, बांग्लादेश, चिली, इजिप्ट, ईरान, नेपाल, रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, स्लोवाकिया, अमेरिका, मालदीव सहित कुल 11 देशों के 223 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे है। जिसमें 13 ग्रांडमास्टर और 09 इंटरनेशनल मास्टर सहित कुल 30 टाइटल होल्डर खिलाड़ी शामिल है।
प्रतियोगिता के टॉप सीटेड रुस के ग्रांडमास्टर इंवान सोजूम (2596) है।
वहीं भारतीय दल का प्रतिनिधित्व ग्रांडमास्टर दीपन चक्रवर्ती कर रहे है।
राउण्ड-1 तीन युवा भारतीयों ने तीन आईएम को चौकाया
प्रतियोगिता में पहले राउण्ड में सभी बड़े वरियता प्राप्त खिलाड़ियों ने अपने मैच आसानी से जीत लिये। वहीं उलटफेर भी देखने को मिले जब बोर्ड नंबर 14 पर काले मोहरों से खलते हुए भारत के गौरत कटारिया (1625) अपने से कही ज्यादा अनुभवी और 700 रेटिंग अधिक के खिलाड़ी रुस के आईएम डेनिस एरास्चनकोव (2390) को कैरो कन डिफेंस के एक्सचेंज वैरिएशन से 55 चालों में मैच को ड्रा कराकर हैरत में डाल दिया। बोर्ड नंबर 23 पर 13 वर्षीय भारत के प्रदीप मंडर (1578) ने बांग्लादेश के आईएम अबु सुफियान शकील (2255) को ड्रा पर रोक चौका दिया। बोर्ड नबंर 29 पर सफेद मोहरों से खेलते हुए शाहिल दादवानी (1543) ने इजिप्ट के आईएम सोभ आमरो को अंक बांटने पर मजबूर कर दिया।
वहीं दूसरे राउण्ड में भी वरियता प्राप्त खिलाड़ियों ने अपने अनुभव का लाभ उठाया और पूरे अंक प्राप्त किए। बोर्ड नंबर 18 पर खेल रहे आईएम सिद्धांत महापात्रा (2357) को उस समय तेज झटका लगा जब काले मोहरों से खेलते हुए 13 वर्षीय गर्व गौड़ (1801) ने अपने मोहरों को सही तालमेल और सही दिशा में रखते हुए 61 चालों में मैच को ड्रा करा लिया। दोनों के बीच रेटी ओपनिंग से शानदार मैच खेला गया।
कुमार गौरव ने आर आर लक्ष्मण को दिन में दिखाये तारे
टूर्नामेण्ट के तीसरे राउण्ड में बिहार के कुमार गौरव(2096) ने प्रतियोगिता का सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया। बोर्ड नंबर सात पर सफेद मोहरों से खेलते हुए उन्होंने अनुभवी ग्रांडमास्टर आर-आर लक्ष्मण (2437) को मात्र 31 चालों में धराशासी कर दिन में ही तारे दिखा दिए। गौरव ने मैच की ओपनिंग किंग पाउन से की लेकिन लक्ष्मण ने उन्हें कम आंकते हुए क्वीन साइड के घोड़े के सामने के प्यादे को एक कदम चल कर की। गौरव ने अपने धैर्य का परिचय देते हुए अपने मोहरों को सेंटर में रखते हुए सधी हुई चालें चली। और लक्ष्मण को 18वीं चाल तक किलेबंदी करने का मौका तक नहीं दिया। और उनके राजा को 26वीं चाल तक बोर्ड के सेंटर में लाकर खड़ा कर दिया। अपने शानदार खेल से मात्र 31 चालों में मैच को अपनी झोली में डाल लिया।
तीसरे च्रक की समाप्ति के बाद स्लोवाकिया के ग्रांडमास्टर मणिक मुकुलस के साथ संयुक्त रूप से 15 खिलाड़ी तीन अंक अर्जित कर पहले स्थान पर बने हुए है।
Pairings/Results
Round 4 on 2019/09/15 at 09:30 hrs