विश्व जूनियर:क्या भारत का 8 साल का सूखा होगा खत्म ?
भारत से अब तक बालक वर्ग में विश्वनाथन आनंद ( 1987),पेंटाला हरीकृष्णा (2004) और अभिजीत गुप्ता ( 2008) तो बालिका वर्ग में कोनेरु हम्पी (2001),हारिका द्रोणावल्ली (2008) और सौम्या स्वामीनाथन ( 2009) में विश्व जूनियर चैम्पियन रह चुके है । देखना होगा की क्या इस बार कोई भारतीय खिलाड़ी इस 8 वर्ष के सूखे को खत्म करेगा । कल से टर्की में दुनिया भर के 65 देशो से जुटे प्रतिभाशाली युवा विश्व जूनियर शतरंज चैम्पियन बनने के लिए शह और मात के इस खेल में अपनी सारी ऊर्जा लगा देंगे । विश्व शतरंज को हमेशा इस चैंपियनशिप से भविष्य के कुछ बड़े खिलाड़ी मिले है ।भारत के लिए भी जिन खिलाड़ियों नें यह खिताब जीता वह आज भी भारत के सबसे ज्यादा सफल खिलाड़ियों में से एक है ।विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप को जीतने वाले बोरिस स्पासकी ,अनातोली कार्पोव ,गैरी कास्पारोव और विश्वनाथन आनंद आगे चल कर विश्व चैम्पियन भी बने। कुछ ऐसे भी रहे जो इसे जीतकर बाद में गुमनाम हो गए तो कुछ ऐसे जो विश्व चैम्पियन तो नहीं बने पर हमेशा विश्व के दिग्गज खिलड़ियों में शामिल रहे । पढे यह लेख
जेब्ज कौसेली ,टर्की ,में कल से विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का आगाज होने जा रहा है प्रतियोगिता 04 सितंबर से 16 सितंबर के बीच खेली जाएगी । दुनिया भर से 65 देशो से कुल 268 खिलाड़ी प्रतिभागिता करने के लिए टर्की पहुँच चुके है । मेजबान टर्की 57 के बाद भारत (16) और चीन (16) सबसे बड़े दल है । भारतीय टीम के लिए पिछली विश्व चैंपियनशिप शानदार साबित हुई थी और देखना होगा की क्या कोई भारतीय इस बार विश्व जूनियर चैम्पियन बनने का गौरव हासिल करता है ,
,उनके बाद सुनील नारायण (2573) को 13वीं वरीयता ,अभिमन्यु पौराणिक (2524) को 23वी वरीयता दी गयी है । बालक वर्ग में अन्य भारतीय खिलाड़ियों में कार्तिक वेंकटरमन ,हर्षा भारतकोठी ,नुबेर शाह ,कृष्णा तेजा और शैलेश द्रविड़ भी खेलते नजर आएंगे ।
बालक वर्ग प्रारम्भिक शीर्ष 40 खिलाड़ी
बालिका वर्ग !
बालिका वर्ग में भारत की उम्मीद अभी अभी एशियन जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली वुमेन इंटरनेशनल मास्टर साक्षी चित्लांगे पर टिकी हुई है 2279 रेटिंग वाली साक्षी को 12 वी वरीयता दी गयी है जबकि महालक्ष्मी एम (2213) को 21 वी वरीयता दी गयी है । बालिका वर्ग में वार्षिनी वी , ईशा शर्मा ,इवाना मारिया और ईशा शर्मा खेलती नजर आएंगी ।
बालिका वर्ग प्रारम्भिक शीर्ष 40 खिलाड़ी
विश्वनाथन आनंद का विश्व जूनियर चैम्पियन बनना भारतीय शतरंज इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना है
अब तक के विश्व जूनियर चैम्पियन !(बालक वर्ग )
हम्पी यह खिताब हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी थी