एशिया कप:भारत को 5 पदक:नजरे ओलंपियाड पर !
बातुमी में होने वाले शतरंज ओलंपियाड में बस कुछ दिन ही बाकी रह गए है और ऐसे में भारतीय शतरंज टीम नें एशिया नेशन कप में अपने प्रदर्शन से जहां अपने इरादे जाहिर किए साथ ही टीम को अपनी कमजोरियों पर भी काम करने का पर्याप्त समय मिल गया है । महिला टीम नें एशिया की ब्लिट्ज़ सिरमौर होने का ताज तो हासिल किया ही साथ ही रैपिड और क्लासिकल मुकाबलों में भी क्रमशः रजत और कांस्य पदक अपने नाम किए ,वैसे भी टीम अपने प्रमुख खिलाड़ियों ,कोनेरु हम्पी तनिया सचदेव के बगैर खेल रही थी साथ ही पुरुष वर्ग मे आनंद , हरीकृष्णा और विदित के बिना टीम नें अच्छा प्रदर्शन किया ।खास तौर पर दोनों टीम नें अंतिम दो राउंड में बेहद शानदार वापसी की तो अब देखना होगा एशिया कप के ये पदक क्या भारतीय टीम को शतरंज ओलंपियाड के स्वर्ण पदक को ओर ले जाएंगे ।
हमदान , ईरान एशिया कप शतरंज चैंपियनशिप में भारत नें कुल 5 पदक के साथ अपने दौरे का समापन किया भारत के लिए महिला टीम नें ब्लिट्ज़ में स्वर्ण , रैपिड में रजत तो क्लासिकल में कांस्य पदक अपने नाम किया तो पुरुषो नें क्लासिकल का रजत और रैपिड का कांस्य पदक अपने नाम किया । भारतीय शतरंज टीम नें क्लासिकल चैंपियनशिप में अंतिम दो राउंड में अपने प्रदर्शन में शानदार सुधार करते हुए पदक हासिल कर लिए जबकि एक समय दोनों पुरुष और महिला वर्ग पदक की दौड़ से पिछड़ते नजर आ रहे थे ।
पुरुष वर्ग - भारतीय पुरुष टीम नें अंतिम दोनों राउंड मे अपने शानदार प्रदर्शन से एक बार फिर दिखाया की टीम में कितनी क्षमता है । उन्होने अंतिम दोनों राउंड में 3.5- 0.5 आधे के अंतर से जीत दर्ज की और रजत पदक हासिल कर लिया , पहले टीम नें वियतनाम को पराजित किया तो फिर ईरान व्हाइट का सफाया कर दिया और इस तरह भारतीय टीम 7 मैच में से 4 जीत ,2 ड्रॉ और 1 हार के साथ कुल 10 अंको के साथ दूसरे स्थान पर रही ।
महिला वर्ग - भारतीय महिला टीम नें पहले तो क्लासिकल में अंतिम दो राउंड में पहले तो क्जकिस्तान को 3-1 से पराजित कर वापसी की और फिर ईरान से ड्रॉ खेलकर 8 अंको के साथ बेहतर टाईब्रेक के आधार पर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया चीन 13 अंको के साथ स्वर्ण तो वियतनाम 11 अंको के साथ रजत पदक जीतने में कामयाब रहा ।
पर सही मायनो में महिला टीम नें ब्लिट्ज स्पर्धा में अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए एकतरफा अंदाज में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया । ब्लिट्ज में भारतीय महिला टीम का दबदबा इसी से समझा जा सकता है की टीम नें 7 में से 6 मैच जीतकर और एक ड्रॉ खेलकर कुल 13 अंको के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा किया । वियतनाम 12 अंको के साथ स्वर्ण तो चीन 9 अंको के साथ कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहा ।
भारतीय टीम नें सिर्फ चीन से अपना मुक़ाबला ड्रॉ खेला जबकि वियतनाम , ईरान रेड और ग्रीन , सीरिया को 3.5 -0.5 के बड़े अंतर से पराजित किया ,और कजाकिस्तान को 3-1 से तो उज्बेकिस्तान को 2.5-1.5 के अंतर से हार का स्वाद चखाया । भारतीय की ओर से हरिका द्रोणावल्ली नें 6 मैच से 5 अंक , आर वैशाली नें 7 मैच में 6 अंक ,पद्मिनी राऊत नें 7 में से 5 अंक , आकांक्षा हागवाने नें 3 में 3 अंक तो ईशा करवाड़े नें 5 में से 2.5 अंको का योगदान किया । ,
हिन्दी समाचार पत्र पंजाब केसरी नें भारतीय टीम की जीत को प्रमुखता से स्थान दिया