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ऐरोफ़्लोट ओपन - भारत के सेथुरमन बने उपविजेता !

by Niklesh Jain - 28/02/2018

अंतिम और निर्णायक राउंड में भारतीय ग्रांड मास्टर सेथुरमन नें अनुभवी ग्रांड मास्टर मालदोव के विक्टर बोलोगन को पराजित करते हुए 6.5 अंक के साथ दुनिया के सबसे कठिन ओपन टूर्नामेंट कहे जाने वाले ऐरोफ़्लोट ओपन में दूसरा स्थान हासिल करते हुए देश के शतरंज प्रेमियों को गर्व करने का मौका दे दिया । अंतिम राउंड में शशिकिरण और अरविंद की हार , मुरली और विदित के ड्रॉ के बाद सबकी नजरे सेथुरमन पर टिकी थी और उन्होने शानदार चालों से हाथी के एंडगेम में  जीत दर्ज की ,बेलारूस के कोवलेव व्लादिस्लाव नें अर्मेनिया के सरगिससियन गेब्रियल से आसानी से ड्रॉ खेलते हुए आधे अंक की बढ़त के साथ 7 अंक बनाकर टूर्नामेंट जीत लिया .टूर्नामेंट मे मेजबान रूस के दिमित्री गोरदिवस्की 6. 5 अंक बनाकर टाईब्रेक में तीसरे स्थान पर रहे । अन्य भारतीय खिलाड़ियों में शशिकिरण 25वे ,अरविंद चितांबरम 26वे ,मुरली कार्तिकेयन 29वे और विदित गुजराति 35वे स्थान पर रहे । 



मैच शुरू होने के पहले मैं आज सोच रहा था की किसी भी खेल  का अंतिम राउंड अपने आप में महत्वपूर्ण होता पर शतरंज में यह बिलकुल ही आपको चौंकाने वाला परिणाम दे सकता है सबसे आगे चल रहा खिलाड़ी दूसरे स्थान पर होगा यह भी तय नहीं होता और पीछे नजर आ रहे खिलाड़ी भी अंतिम राउंड में बेहतर प्रदर्शन कर शीर्ष में जगह बना सकते है और आगे चल रहे दिग्गज उम्मीद से भी पीछे जा सकते है । और यही शायद इस खेल को कठिन बनाता है । खैर आज जब मैच शुरू होने को था कुछ बाते साफ थी कोवालेव को सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी खिताब को जीतने  के लिए और उनके हारने की सूरत में खिताब जीतने की संभावना पहले से लेकर छठे बोर्ड तक के कुल 11 खिलाड़ियों के लिए एक रास्ता खोल सकती थी और यह बेहद ही रोमांचक बात थी की आखिर आज क्या होने वाला था 

सबसे पहले देखे और जाने कैसा था राउंड 9 का नजारा 

डालते है नजर पहले उन तीन मैच पर जिन्होने शीर्ष 3 खिलाड़ियों के नाम तय किए 

कोवालेव Vs गेब्रियल

एंटी किंग्स इंडियन सिस्टम में कोवालेव को मात्र मात्र 15 चालों में ही काफी बेहतर स्थिति हासिल हो गयी और ऐसे में  गेब्रियल के लिए ड्रॉ मान लेना तो जैसे एक शानदार मौका था और कोवालेव के लिए यहाँ इस मैच से ज्यादा खिताब जीतना प्रमुख था और ऐसे में दोनों मात्र 17 चालों में ड्रॉ पर सहमत हो गए और कोवालेव नें खिताब अपने नाम कर लिया " ऐरोफ़्लोट ओपन विजेता 2018 "

बोलोगन VS सेथुरमन 

भारत के लिहाज से यह मैच सबसे महत्वपूर्ण था क्यूंकी जीत सेथुरमन को शीर्ष 3 में पहुंचा सकती थी और यही शर्त बोलोगन पर भी लागू होती थी । बोलगन कल ही बेहद शानदार जीत के साथ अच्छे आत्म विश्वास से भरपूर थे । इटेलिअन ओपनिंग में बोलोगन नें कुछ गलत चालों से सेथुरमन को दवाब बनाने का मौका मिला गया और हाथी के एंडगेम में वह एक अतिरिक्त प्यादे की बढ़त पर थे और दबाव में बोलोगन अच्छा नहीं खेल सके । 

इस विडियो में आप अंतिम समय के इस खेल का लुत्फ उठा सकते है 

मैच के बाद सेथुरमन नें चेसबेस इंडिया से बात की 

तबातबाई vs  दिमित्री गोरदिवस्की

पहला राउंड हारकर लगातार शानदार खेल रहे तबातबाई को अंतिम राउंड में रूस के  दिमित्री गोरदिवस्की के हाथो हार का सामना करना पड़ा । क्वीन गेंबिट में हुए इस मुक़ाबले में अपने राजा के तरफ के खतरे को सही तरीके से ना समझ आपने का खामयाजा उन्हे भुगतना पड़ा एक समय बराबरी पर नजर आ रहा मुक़ाबला उनके घोड़े की कुछ गलत चालों नें उनके हाथ से छीन लिया और इस तरह दिमित्री तीसरे स्थान पर रहे 

पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाने वाले अर्टेमिव अपना अंतिम मुक़ाबला हमवतन आइगोर से नहीं जीत सके और 6 अंको के साथ 6वे स्थान पर रहे मात्र 25 चालों में ही मैच बराबरी पर समाप्त हो गया । 

बोर्ड 2 पर भी मैच बराबरी पर छूटा और पूरे टूर्नामेंट में अच्छा खेल दिखाने वाले पेट्रोसियन और कोरोबोव दोनों नें खतरा मोल नहीं लिया और परिणाम स्वरूप दोनों क्रमशः 5वे और 9 वे स्थान पर रहे । क्वीन्स इंडियन ओपेनिंग में यह मैच 42 चालों में बराबरी पर समाप्त हुआ । 

भारत के लिहाज से एक और अच्छा परिणाम हो सकता था पर ऐसा नहीं हुआ और अंततः अरविंद चितांबरम को पराजित करते हुए मामेदोव शीर्ष 10 में जगह बनाने में कामयाब रहे । 

दो पूर्व दिग्गजों पूर्व फीडे विश्व विजेता रहे अलेक्ज़ेंडर खालिफमन और विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल रहे गाटा कामस्की नें एक आसान ड्रॉ खेला 

अंतिम तीन राउंड में शशिकिरण के लिए अच्छे परिणाम नहीं आए और अंतिम राउंड में उन्हे चीन के क्षु इयांगयू नें पराजित कर दिया 

विदित के लिए अंतिम राउंड राहत नहीं लाया और एक समय बढ़त पर नजर आ रहे विदित नें प्रतियोगिता का अपना 8वां ड्रॉ खेला आलेक्सन्द्रोव से वह पार नहीं पा सके । इस प्रतियोगिता से उन्हे तकरीबन 14 रेटिंग अंको का बहुमूल्य नुकसान उठाना पड़ा । 

प्रग्गानंधा नें अंतिम राउंड में वेंन यांग से ड्रॉ खेला पर यह ग्रांड मास्टर नार्म के लिए काफी नहीं था

पूरी रिपोर्ट जल्द ही 

 

 

 

 

 




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