लंदन क्लासिक 03 :आनंद नें नहीं उठाया फायदा !
लंदन चैस क्लासिक का राउंड 3 का मुक़ाबला पाँच बार के विश्व चैम्पियन भारत के विश्वनाथन आनंद और विश्व चैंपियनशिप चैलेंजर रहे रूस के सेरजी कर्जकिन के लिए प्रतियोगिता की पहली जीत ल सकता था पर ऐसा नहीं हो सका और दोनों ही खिलाड़ियों नें जीत के रास्ते की जगह ड्रॉ का रास्ता चुना । आनंद काले मोहरो से मौजूदा विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन के खिलाफ एक प्यादे की सीधी बढ़त पर आ गए थे तो कर्जकिन के सामने विश्व कप विजेता आरोनियन नें बड़ी भूल करने के बाद ड्रॉ का प्रस्ताव जब दिया तो उन्होने इसे मानकर सभी को चौंका दिया । बाकी के सभी मैच ड्रॉ होने से फिलहाल इस बात पर सवाल उठ रहे है की क्या कोई भी जीत के लिए खतरा मोल लेने को तैयार नहीं है । अमेरिका के फेबियानों कारु आना नें तो टूर्नामेंट का नाम बदलकर "अनीश गिरि" के नाम पर रखने की सलाह सोशल मीडिया में दे डाली। पढे यह लेख
( All Pictures: Lennart Ootes )
लंदन ,इंग्लैंड (निकलेश जैन ) लंदन क्लासिक शतरंज का तीसरा राउंड वैसे तो बहुत रोमांचक हुआ पर एक बार फिर कोई परिणाम नहीं निकला वैसे यह पिछले काफी समय में ऐसा कोई टूर्नामेंट सामने आया है जिसमें विश्व के शीर्ष 10 खिलाड़ियों की मौजूदगी के होते हुए भी 3 राउंड के बाद भी कोई भी मैच का परिणाम सामने नहीं आया है ।
आज भारत के पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के सामने थे तीन बार के और मौजूदा विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन और अगर कोई इस मैच को जीत सकता था तो वे थे विश्वनाथन आनंद पर आनंद अपनी बढ़त का सही फायदा नहीं उठा पाये और मैच बराबरी पर समाप्त हुआ ।
केटलन ओपनिंग में हुए इस मुक़ाबले में आनंद काले मोहरो से खेल रहे थे । आज पहले तो कार्लसन नें अपने मोहरो की स्थिति से खेल में बढ़त बनाने के उद्देश्य से एक अतिरिक्त प्यादा आनंद को दे दिया और फिर वह इसका उचित फायदा नहीं उठा पाये और आनंद नें उनके अच्छे खेल रहे मोहरो को खेल से बाहर कर दिया ।
खेल की 21वी चाल में जब आनंद अपना अतिरिक्त प्यादा बचा सकते थे और मैच में दबाव डाल सकते थे उन्होने गलती करते हुए प्यादा मरवा दिया और इसके बात मैच मात्र 31 चालों मे बराबरी पर समाप्त हुआ ।
वैसे कार्लसन इस परिणाम से खुश होंगे क्यूंकी वह जानते है की वह मुश्किल मे पड़ सकते थे
आज एक मैच जिसने सभी को रोमांचित किए रखा और फिर उसके परिणाम नें चौंका दिया वह था आरोनियन और कर्जकिन का मैच
जिस स्थिति में कर्जकिन नें ड्रॉ स्वीकार कर लिया वह उनके लिए जीतने की स्थिति थी ऐसे में सवाल यह उठता है की क्या खिलाड़ी काले मोहरो से ड्रॉ खेलकर ही संतुष्ट हो जाते है
अन्य मैच में रूस के इयान नेपोमनियची नें अमेरिका के फेबियानों कारूआना से ,
माइकल एडम्स नें फ्रांस के मेक्सिम लाग्रेव से और
अमेरिका के वेसली सो नें हमतन .....
हिकारु नाकामुरा से ड्रॉ खेला ।
राउंड 3
अंक तालिका