कौन जीतेगा खिताब ? कहना मुश्किल है साहब !
सूरत में चल रही राष्ट्रीय महिला प्रीमियर शतरंज की तस्वीर अंतिम और निर्णायक राउंड के पहले कुछ यूं पलटी की विशेषज्ञ भी हैरान हो गए । राउंड 10 के इस परिणाम में मुख्य भूमिका निभाई उन दो खिलाड़ियों नें जो अब तक अंक तालिका में सबसे पीछे चल रही थी । यहाँ दो बाते सीखने लायक है पहली आप मीनाक्षी और नंधिधा की हार से सीख सकते है की शतरंज में अपने किसी भी विरोधी को हल्के में नहीं ले सकते और दूसरी किरण और श्रष्ठि की जीत यह सिखाती है की चाहे जो हो जाये हमें हार नहीं माननी चाहिए । खैर अब अंतिम राउंड के बाद कौन विजेता होगा यह तो पता लग ही जाएगा पर उसके पहले यह कहना कौन जीतेगा यह अंदाजा लगाना तो मुश्किल है साहब !
सूरत ,गुजरात ( निकलेश जैन ) मुझे नहीं लगता आपको इससे बेहतर रोमांचक मुक़ाबला देखने को मिल सकता है । आज भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ियों के बीच चल रही राष्ट्रीय महिला प्रीमियर शतरंज चैंपियनशिप में वो हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी अंक तालिका में सबसे पीछे चल रही दो खिलाड़ियों ने सबसे आगे चल रही दो खिलाड़ियों को झटका देते हुए कुछ ऐसे हालात बना दिये की अब कल अंतिम निर्णायक मुक़ाबले के पहले यह कहना ही सही होगा की कुछ भी संभव है ! सबसे पहले आज नजर डालते है आज के मैच में निश्चित तौर पर आगे चल रहे खिलाड़ी दबाव का सामना नहीं कर सके और बेजा गलतियाँ करते चले गए ।
राउंड 10 के परिणाम जिन्होने यह बता दिया की कुछ भी संभव है
मीनाक्षी ,पदमिनी ,सौम्या ,नंधिधा सभी 6.5 अंक पर सयुंक्त पहले स्थान पर है और विजेता इनमें से ही कोई होगा पर कौन होगा वह तो अंतिम राउंड के बाद ही पता चलेगा ।
किरण -मीनाक्षी !
सबसे पहले बात एकल बढ़त पर खेल रही एयर इंडिया की मीनाक्षी सुब्बारमन की जो अंक तालिका में पीछे से दूसरे स्थान पर चल रही और लगातार 4 मैच हार चुकी एलआईसी की किरण मनीषा मोहंती से मुक़ाबला खेल रही थी और जीतने पर उनका खिताब तय था पर हुआ ठीक इसके विपरीत और किरण नें मीनाक्षी को पराजित करते हुए उनके खिताब जीतने को फिर से मुश्किल बना दिया ।
श्रष्ठि-नंधिधा !
दूसरे बोर्ड पर तमिलनाडू पीवी नंधिधा का मुक़ाबला अंतिम स्थान पर चल रही और 9 में से एक भी जीत दर्ज ना कर पाने वाली महाराष्ट की श्रष्ठि पांडे से था और इस मुक़ाबले में नंधिधा नें शुरुआत से बढ़त बनाते हुए जीत के तरफ कदम बढ़ा दिये थे पर तभी अंत समय में समय की कमी के चलते उन्होने लगातार गलतियाँ की और आश्चर्यजनक तौर पर वह मैच हार गयी !
भक्ति -पदमिनी !
जहां एक और नंधिधा एक लगभग जीता हुआ मैच हार गयी तो दूसरी और पदमिनी नें खराब हो रही स्थिति से उबरने के लिए एक मोहरा कुर्बान करते हुए मैच को बराबरी पर रोक लिया और एक खिलाड़ी के तौर पर स्थिति के तौर पर व्यवहार ही आपके खेल की क्षमता साबित करता है और यही पदमिनी नें आज किया भी ।
भक्ति यहाँ पर h4-h5 चलकर और ऊंट को h3पर ले जाकर बढ़त बना सकती थी और उन्होने यहाँ पर d5-d6. चलते हुए पदमिनी को मौका दे दिया Qf6 और उसके बाद Rd8, और अब d6 का प्यादा कमजोर होता गया खैर भक्ति नें कोशिश जारी रखी और मैच इस स्थिति में पहुँच गया ।
सुने पदमिनी के विचार जो शायद सबसे यह खिताब जीतने के सबसे ज्यादा करीब थी पर जो अब मुश्किल नजर आता है
सौम्या स्वामीनाथन नें साक्षी चित्लांगे पर जीत दर्ज कर खिताब की दौड़ में अपना दावा बरकरार रखा है !
तो आज अब क्या होगा ?
अगर हम टाईब्रेक पर नजर डाले तो साफ तौर पर आपको मीनाक्षी सबसे मजबूत दावेदार नजर आती है पर क्यूंकी यहाँ 6.5 अंक पर चार दावेदार है और जीत दर्ज करना ही खिताब की ओर ले जाएगा ऐसे मे दबाव का परिणाम जो हमने आज देखा तो अंतिम राउंड में यह अपने चरम पर होगा ऐसे में कुछ भी होना संभव है
मुख्य निर्णायक वी विजयराघवन , उप मुख्य निर्णायक विनिता शिओत्री और लोकल कोर्डिनेटर प्रशांत रावल Photo: Amruta Mokal
आपको बता दे की आज हमारे खास कवरेज के पीछे की वजह ,जी हाँ आपके प्रिय सागर और अमृता जा पहुंचे है सूरत ! तो तैयार रहे अंतिम मुक़ाबले का रोमांच देखने