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अरे बुरा ना मानो होली है !! शुभकामनाए !!

by निकलेश जैन - 13/03/2017

होली कोई सामान्य त्योहार नहीं ,मस्ती का ,मज़ाक का ,आनंद का और रंगो से सराबोर होने का उत्सव है होली , यह किसी धर्म का भी नहीं यह हिंदुस्तानियों का त्योहार है ! खैर होली आपको रंगो के साथ साथ यह भी संदेश देती है की अलग -अलग भाषा ,रंग ,धर्म के लोग ही मिलकर भारत को खास बनाते है जैसे सारे रंग मिलकर ही होली का असली मजा देते है ! तो इस अवसर पर चेसबेस इंडिया आपके लिए लाया है पिछले कुछ समय के दौरान शतरंज जगत की हलचल से जुड़ा एक खास लेख ,इस लेख मे प्रस्तुत बाते आपको मुस्कराने पर मजबूर कर देंगी और हाँ एक खास बात आपको इस लेख में प्रस्तुत कोई बात ठीक ना लगे ,पसंद ना आए तो हम बस यही कहंगे की परेशान ना हो ! भाई बुरा ना मानो होली है !!आप सभी पाठको को खिलाड़ियों को ,अभिभावकों को सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाए !!

तो चलिये हो जाए कुछ होली की मस्ती !!  

प्रधान -मंत्री और मोदी जी - एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी है जो जब राजनीति का खेल खेलते है तो कोई और नजर ही नहीं आता ! कमाल है मोदी जी कमल ही कमल ही कमल कर दिया एक तरफ आनंद है जो 20 से भी ज्यादा सालो से भारत के नंबर एक खिलाड़ी पे कब्जा जमाये बैठे है भाई आनंद का तो सीधा सा कहना है -अपनी तो जैसे तैसे कट जाएगी आने वाले खिलाड़ियों का क्या होगा जनाबे आली ! खैर बात करे मोदी जी के फायदे की तो अगर तामिलनाडु में आनंद को बना दिया जाए बीजेपी का प्रतिनिधि तो क्या बोलते है आप हो जाएगा उधर भी आनंद ही आनंद !!

 

हमारे विश्व चैम्पियन कार्लसन साहब !भी गज़ब ही है ,हार है की बर्दाश्त ही नहीं होती । अब हुआ यूं की क्लासिकल में तो जनाब का कोई जबाब नहीं लेकिन इस बार रैपिड और ब्लिट्ज़ दोनों में लग गया झटका ! अरे भाई कभी कभी दूसरों को भी कुछ जीत लेने दिया करे इतना स्वार्थी होना ! ये अच्छी बात नहीं है !! 

ये मैडम की तो कहानी ही अलग है इतनी बार महिलाओं में विश्व चैम्पियन बन गयी की अब किसी और महिला से खेलना ही नहीं चाहती इन्हे सपने में भी महिलाए परेशान करती है मैच खेलने जाती है तो पहले से बोल देती है की लड़कियों और महिलाओं से मैच नहीं खेलूँगी ! इस बार जिब्राल्टर टूर्नामेंट में मैडम पाँच चालों में इसीलिए हार गयी क्यूंकी आयोजको से नाराज थी की उनके ज्यादा मैच लड़कियों से करा दिया अरे सुश्री हाऊ ईफ़ान जी अरे बेचारे आयोजक इतनी मेहनत करके मैच कराते है उनकी क्या गलती उन्हे क्यूँ नुकसान पहुंचाती है ! हारना  था तो दो बार हम्पी से हार जाती कुछ हमारा तो फायदा होता !!

चौंक गए ! अरे ये इवांचुक तो है पर ये राजकपूर के साथ क्या कर रहे है । अरे जनाब दोनों की शक्ल ही इतनी मिलती है की हम क्या करे और साथ ही हाव भाव से भी लगता है की उक्रेन में राजकपूर की बहुत फिल्मे देखी है जनाब नें खैर भाई वाकई मस्तमौला है अपने चंकी साहब !! विश्व रैपिड चैंपियनशिप जीतने के बाद भी उन्हे कोई फर्क ही नहीं पड़ा वो तो हमेशा ही शतरंज के आनंद में डूबे रहते है !! देखिये जनाब को !!

हमारे रमेश सर का तो जबाब ही नहीं अकेले ही दमपर एक से एक हीरे खोज कर निकाल रहे है भाई इंडियन टीम के भी कोच है इस बार तो ओलंपियाड़ में भारत नें इतिहास बना ही दिया था खैर हम भले पदक ना जीते पर सारी दुनिया को बता दिया की भारत अब कोई कमजोर देश नहीं ! हम मैं है दम !! 

अपने हरिकृष्णा जी वैसे तो दो सालो से गज़ब कर रहे है और विश्व टॉप 10 के आस पास चक्कर लगाते रहते है उम्मीद है इस साल वो आनंद से भी आगे निकल जाएंगे ! पर जाने क्यूँ जब कोई भारतीय खिलाड़ी उनके साथ मैच खेलता है वो थोड़ा दबाव में आ जाते है खैर उनके लिए अपना एक ही मंत्र है  हरे रामा हरे कृष्णा ,कृष्णा -2 हरे-2

इस बार महिला विश्व शतरंज चैंपियनशिप में भारत की दो खिलाड़ियों हरिका और पद्मिनी नें दुनिया को बता दिया की भारतीय महिलाए भी अब कमाल कर रही है ! हालांकि की चीन की तान नें दोनों की लय बिगाडी पर फिर भी दोनों नें शानदार प्रदर्शन किया । वैसे हरिका अगर विश्व चैम्पियन नहीं बनी तो कहीं ना कंही पद्मिनी भी तो जिम्मेदार है अरे वो तान से पहले ही जो जीत रही थी ना वो हारती ना तान आगे जाती !!खैर हरिका नें 46 चालों में घोड़े और ऊंट से मात करके इस साल एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है !! 

अधिबन की वजह से हो सकता है आगे से टाटा स्टील ग्रांड मास्टर टूर्नामेंट में कोई नया खिलाड़ी लिया ही ना जाए कारण अरे बिलकुल साफ है जनाब आप विश्व टॉप 100 में भी ना हो और टॉप 10 के खिलाड़ियों को या तो हराने लगे या उन्हे जीतने ही ना दे ये तो गलत बात ही है ना जबाब भला कोई इतने अत्याचार थोड़े ही करता है टॉप खिलाड़ियो पर !खैर अधिबन नें तो बता दिया - आया हूँ लेकर में फिर कितने अफसाने !!

भारत के लिए भविष्य की कोई चिंता नहीं यहाँ छोटे उस्ताद भी गज़ब ढा रहे है ! अरे भाई क्या आपका मैच कभी बारात के प्रग्गानंधा और निहाल सरीन से पड़ा है क्या अरे जनाब ये बच्चे नहीं है और इनके बारे में यही कहंगे की छोटा बच्चा जान के ना कोई आँख दिखाना रे अक्ल का कच्चा समझ के इनको ना समझाना रे !

!ना धिन धीन्ना -2 नाच नचा देंगे! डूबी डूबी डम डम !!

जी हाँ जिस तरह से दिल्ली ओपन की पुरुष्कार राशि और खिलाड़ी बढ़ रहे है 2020का दिल्ली ओपन क्रिकेट मैदान फिरोज़शाह कोटला में आयोजित करना पड़ सकता है हमारे बेहद खास सूत्रो नें बताया है की इसके लिए अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के सीईओ अरे मतलब मुख्य अधिकारी भारत सिंह जो नें तो बुकिंग की तैयारी भी कर ली है ! अब पुरुष्कार राशि क्या होगी वो आप खुद ही अंदाजा लगा लीजिये !

 अब हम अपने चेसबेस इंडिया के सीईओ सागर शाह को कैसे छोड़ देते अरे जनाब इतना काम करते है की सोते जागते ,उठते बैठते  बस आर्टिकल ही लिखते रहते है आने वाले समय में आपको चेसबेस इंडिया का सेब ,चेसबेस इंडिया चॉकलेट और चेसबेस इंडिया के पेन की सप्लाई भी हो सकती है अरे हाँ सब कुछ ऐसा होगा जो आपको खेल के दौरान अच्छा महसूस कराएगा * 

(*ध्यान दे सेब बाजार के मूल्य के हिसाब से तय होगा ) 

खैर ज्यादा दिमाग मत लगाइए !सच और जूठ के तराजू पर बातों को मत तोलिए ! ये होली है जनाब हिन्दुओ का बस नहीं पूरे हिंदुस्तानियों का त्योहार ! इसमें कृष्णा की मस्ती है तो राम की सौम्यता तो महावीर और नानक की महान वाणी भी, साथ ही बुद्ध और पैगंबर के आपसी भाईचारे के संदेश भी ! फिर भी कोई बात उल्टी सीधी लगी हो तो समझ ना आई हो तो हम तो बस यही कहेंगे ! -बुरा ना मानो होली है !!

 

निकलेश जैन 


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